Dudh se dahi kaise banta hai?(full information)
दूध से दही कैसे बन जाता है?
दूध
एक ऐसा प्राकृतिक भोजन है, जिसमें शरीर के लिए आवश्यक
सभी पोषक तत्त्व जैसे जल,वसा,स्टार्च, प्रोटीन, विटामिन, खनिज तत्त्व आदि शामिल हैं। संसार में अधिकतर दूध गायों से प्राप्त होता
है, लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं जहां
दूध(Milk) भैंस, भेड़, बकरी, रेडियर(Radier) और ऊंटनी(Camel) से
प्राप्त किया जाता है। दूध से मक्खन, क्रीम,
पनीर और आइसक्रीम आदि
वस्तुएं भी बनाई जाती
हैं। जब दूध में दही
बनाना हो तो थोड़ा सा
दही मिला दिया जाता है, तब कुछ ही
घंटों में, गर्मियों में लगभग 4 और जाड़ों में
12 घंटों में दूध ,दही(curd) में बदल जाता है। क्या तुम जानते हो कि दूध
दही में कैसे बदल जाता है?
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दूध
में केसीन (Casein) नाम का प्रोटीन होता
है। इसी प्रोटीन के कारण दूध
का रंग सफेद होता है। जब दूध में
जामन लगाया जाता है, तब यह दही
में बदल जाता है। जमे हुए दूध में लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया (Lactic Acid
Bacteria) होता है, जो केसीन प्रोटीन
को जमा देता है। दूध का यही जमा
हुआ रूप दही कहलाता है। अतः दूध से दही बनाना
एक ऐसी रासायनिक क्रिया(Chemical action) है, जो बैक्टीरिया और
केसीन प्रोटीन के बीच होती
है। दही का प्रयोग मनुष्य
बहुत पहले से करता आ
रहा है। दही का सेवन पेट
संबंधी रोगों के लिए बहुत
ही लाभदायक(Helpful) होता है। प्राचीनकाल में तो दही दवा
के रूप में बेचा जाता था। दही में उपस्थित बैक्टीरिया आंतों में जमी गंदगी को साफ करता
है। कुछ विशेषज्ञों का तो यहां
तक कहना है कि नियमित
रूप से दही का
इस्तेमाल पेट का कोई रोग
नहीं होने देता है। दही का सेवन कई
प्रकार से किया जाता
है। कुछ लोग दही में नमक डालकर खाते हैं, तो कुछ दूसरे लोग
चीनी डालकर खाते हैं। बंगाल में दूध को जमाने से पहले ही चीनी मिला दी जाती है। इस
दूध से बने दही को मीठा दही (मिष्टि दोहि) के नाम से बेचा जाता है। यह मीठा दही बहुत
ही स्वादिष्ट होता है। महाराष्ट्र में विशेष रूप से तैयार मीठे दही को श्रीखंड कहते
हैं। पश्चिमी देशों में मीठे दही से ही विशेष प्रक्रिया द्वारा स्वादिष्ट योगहर्ट
(Yoghurt) बनाया जाता है।
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