cancer kaise hota hai?
कैंसर क्या है?
कैंसर (Cancer) बहुत ही भयानक रोग है। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर(Body) की कोशिकाएं(Cells) अनयिंत्रित रूप से टूटती हैं और स्वस्थ कोशिकाओं को क्षति पहुंचाती हैं। यह जानलेवा बीमारी है और लंबे समय तक इसका कोई प्रभावी इलाज(Effective treatment) नहीं था। दुनिया भर में प्रतिवर्ष कैंसर(Cancer) से हजारों लोग मर जाते हैं।
हमारा
शरीर कोशिकाओं से मिलकर बना
है। ये कोशिकाएं निरंतर
टूटती रहती हैं और उनके स्थान
पर नई कोशिकाएं बनती
रहती हैं। सामान्य व्यक्तियों में कोशिकाओं का विभाजन और
निर्माण व्यवस्थित और नियमित तरीके
से होता रहता है। कभी-कभी शरीर के किसी भी
हिस्से में कोशिकाओं का निर्माण अव्यवस्थित
और अनियंत्रित तरीके से होने लगता
है। परिणाम यह होता है
कि शरीर के उस हिस्से
में रसौली (Tumour) या गांठ बन
जाती है। यह गांठ साधारण
अथवा कैंसर की भी हो
सकती है। यदि गांठ साधारण होती है, तब यह शरीर
के दूसरे ऊतकों(Tissues) पर हमला नहीं
करती, लेकिन कैंसर(cancer) की गांठ स्वस्थ
ऊतकों(Tissues) पर हमला करके
उन्हें नष्ट(Destroyed) करना शुरू कर देती है।
इस आक्रमण से जिंदा रहने
के लिए आवश्यक अवयव नष्ट होने शुरू हो जाते हैं।
कैंसर के कोश ट्यूमर
या रसौली से अलग होकर
खून के बहाव में
मिल जाते हैं। ये टूटे हुए
कोश शरीर के दूसरे अंगों में जाकर वहां अपनी जगह बना लेते हैं तथा अपनी संख्या बढाकर और अधिक रसौलियां
बना देते हैं। कैंसर कोशों की इस गति
को मेटास्टासिस (Metastasis) कंसर
कोशिका कहते हैं। इन रसौलियों से
शरीर के अंदरूनी अंग
नष्ट हो जाते हैं
और रोगी की मृत्यु हो
जाती है। कैंसर की गांठ को
मैलिग्नेंट गांठ (Malignant Tumour) कहते हैं।
कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। अभी तक सौ से भी अधिक प्रकार के कैंसरों का पता लगाया जा चुका है। अधिकतर लोगों को त्वचा का कैंसर होता है। यह कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों में नहीं फैलता है।फेफड़ों का कैंसर बहुत ही भयानक होता है। यह महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को अधिक होता है। इससे बचना बहुत ही मश्किल है। महिलाओं को स्तन कैंसर अधिक होता है। इसमें स्तन के अंदर गांठ हो जाती है। यदि ठीक समय पर स्तन को शल्यक्रिया द्वारा निकाल दिया जाए तो रोगी बच जाता है।
कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। अभी तक सौ से भी अधिक प्रकार के कैंसरों का पता लगाया जा चुका है। अधिकतर लोगों को त्वचा का कैंसर होता है। यह कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों में नहीं फैलता है।फेफड़ों का कैंसर बहुत ही भयानक होता है। यह महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को अधिक होता है। इससे बचना बहुत ही मश्किल है। महिलाओं को स्तन कैंसर अधिक होता है। इसमें स्तन के अंदर गांठ हो जाती है। यदि ठीक समय पर स्तन को शल्यक्रिया द्वारा निकाल दिया जाए तो रोगी बच जाता है।
हड्डियों
और रक्त के कैंसर(cancer) में
श्वेत रक्तकणों(White blood cells) की संख्या बहुत
अधिक होती है। इसे ल्यूफीमिया कहते हैं। इससे रक्त की कमी होने
लगती है। धीरे-धीरे रोगी की मृत्यु हो
जाती है। रोगी(Patient) को अधिक दिन
जिंदा रखने के लिए समय-समय पर रक्त देना
पड़ता है। महिलाओं की बच्चेदानी के
कैंसर के भी बहुत
मामले मिलते हैं। वैज्ञानिक
अध्ययनों से पता चला
है कि अधिक धूम्रपान
करने से फेफड़ों में
कैंसर हो जाता है।
इसके अलावा अन्य मुख्य
कैंसर हैं- मुंह का कैंसर, गले
का कैंसर, स्त्रियों को गर्भाशय और
अंडाशय कैंसर । मुंह और
गले का कैंसर तंबाकू
अधिक खाने या धूम्रपान करने
से भी हो सकता
है। घातक विकिरणों से भी कई
प्रकार के कैंसर हो
जाते हैं। कुछ ऐसे कैंसर भी हैं, जो
मां-बाप से बच्चों में
आ जाते हैं, लेकिन पैतृकता से होने वाले
कैंसरों की संख्या बहुत
कम है। प्रदूषण भी कैंसर का
मुख्य कारण है। अभी तक(Till now) कैंसर होने
के कारणों की पूर्ण जानकारी
वैज्ञानिक भी नहीं कर
पाए हैं।
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